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अंबेडकर ने खुली हवा में सांस लेने का अधिकार दिलाया- अरविंद नेताम। छुरिया में डाॅ.अम्बेडकर जन्मोत्सव समारोह पर निकली ऐतिहासिक रैली।

छुरिया- गत 16 अप्रैल को बौद्ध समाज एवं सर्व आदिवासी समाज ब्लाक इकाई छुरिया के संयुक्त तत्वावधान में डाॅ. अंबेडकर भवन छुरिया में पहली बार भारतरत्न भारतीय संविधान निर्माता डाॅ.भीमराव अम्बेडकर की 133 वीं जन्मोत्सव समारोह मनमोहक मांदर नृत्य, रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं ऐतिहासिक रैली के साथ धूमधाम से मनाया गया।
कार्यक्रम के मुख्यअतिथि छत्तीसगढ़ सर्व आदिवासी समाज के प्रांताध्यक्ष अरविंद नेताम थे। अध्यक्षता महिला सशक्तिकरण के लिए राष्ट्रपति अवार्ड से सम्मानित समाज सेवी मधुलिका रामटेके ने किया। विशेष अतिथि गोंडवाना गोंड़ महासभा छत्तीसगढ़ के प्रांताध्यक्ष अकबर राम कोर्राम,ओबीसी महासभा के संस्थापक गौतम साहू, गोंड़वाना गोंड़ महासभा छत्तीसगढ़ के संयुक्त सचिव उदय नेताम,राजनांदगाँव के समाजसेवी कन्हैया लाल खोब्रागढ़े, बौद्ध समाज महिला प्रभाग के अध्यक्ष पूनम जामूर्या, समाज सेवी एस.पी. टेमरे, सर्व आदिवासी समाज के जिलाध्यक्ष जसवंत घावड़े एवं समाज सेवी गौतम काण्डे रहे।
कार्यक्रम का शुभारंभ भगवान गौतम बुद्ध एवं डाॅ.भीमराव अम्बेडकर के प्रतिमा व छायाचित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित कर किया गया। पश्चात अतिथियों का बैच,नीला गुलाल एवं नीला गमछा भेंट कर स्वागत किया गया।
सभा को संबोधित करते मुख्य अतिथि अरविंद नेताम ने कहा कि जो हालात आज देश में निर्मित हो रहा है ऐसे स्थिति में बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर को फिर से जन्म लेना चाहिए।बाबा साहब अंबेडकर ने हमारे देश को विश्व का सर्वश्रेष्ठ संविधान दिया है। भारतीय संविधान निर्माण समिति में डाॅ.भीमराव अम्बेडकर से ज्यादा विदवान एवं पढ़े- लिखे सदस्य कोई भी नहीं थे। भारतीय संविधान बहुत अच्छा संविधान है लेकिन उनको लागू करने वाले अच्छे नहीं रहेंगे तो सर्वश्रेष्ठ भारतीय संविधान सार्थक नहीं रहेगी। बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर के कारण ही हम खुले हवा में सांस ले पा रहे हैं इसे हमें महसूस करने की आवश्यकता है। आज देश में संविधान बदलने की चर्चा हो रही है इसलिए इस देश में कुछ भी हो सकता है। इस देश में ऐसे विचारधारा के लोग भी हैं जो सर्वश्रेष्ठ भारतीय संविधान को नहीं मानते। ऐसे विचारधारा के लोगों से भारतीय संविधान को खतरा है। ऐसे विचारधारा के लोगों से सावधान रहने की जरूरत है। जो लोग बाबा साहब अंबेडकर के नाम लेने से भी परहेज किया करते थे तथा बाबा साहब को कभी आत्मसात नहीं किया। वही लोग बाबा साहब के नाम को जपते घुम रहें हैं। उदारीकरण होने से पूंजीपति वर्ग को फायदा हुआ है।ये महात्मा गांधी का देश है यहाँ उदारीकरण नहीं होना चाहिए। आज देश में आरक्षण एवं अनुसूचित जनजाति जनजाति अत्याचार अधिनियम को खत्म करने की बात हो रही है ।अगर आरक्षण एवं एस. टी. एस.सी एक्ट खत्म हो जाती है तो इससे अनुसूचित जाति, जनजाति,पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक वर्ग के लोगों को सबसे ज्यादा नुकसान होगा। हमने पेशा कानून बनाया लेकिन अभी भी इस कानून को धरातल पर लागू नहीं किया गया। पेशा कानून के माध्यम से आदिवासियों के जीवन के आधार जल-जंगल-जमीन को आसानी से बचाया जा सकता है। श्री नेताम ने लोगों से भारतीय संविधान के प्रति हमेशा सतर्क एवं वफादार रहने का आव्हान किया।
अध्यक्ष की आसंदी से मधुलिका रामटेके ने कहा कि सभी भारतीय महिलाओं को भारतीय संविधान का गहन अध्ययन करना चाहिए। भारतीय संविधान भारत के हर नागरिक को समता एवं स्वतंत्रता का अधिकार प्रदान करती है। हमारे समाज के महिला वर्ग को भी एकजुट होकर समस्त सामाजिक कार्यक्रमों में सहभागिता निभाना चाहिए।
अकबर राम कोर्राम ने कहा कि प्राकृतिक संसाधन ही हमारे लिए भगवान है। जल,जंगल, आकाश, जमीन,हवा एवं अग्नि के बिना किसी भी प्राणी की जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती। जल-जंगल-जमीन की रक्षा का अधिकार हमारे भारतीय संविधान से हमें मिला है जिसे खत्म करने की प्रयास किया जा रहा है। हमें अपने संवैधानिक अधिकारों की प्राप्ति के लिए मरते दम तक संघर्ष करना होगा तभी आने वाली पीढ़ी के लिए बचा पायेंगे।
सभा को संबोधित कर विशेष अतिथि गौतम साहू, उदय नेताम, कन्हैया लाल खोब्रागढ़े एवं पूनम जामूर्या ने लोगों को भारतीय संविधान से मिले संवैधानिक अधिकार एवं भारतीय संविधान के प्रति सदैव सजग एवं वफादार रहने का आव्हान किया।
स्वागत भाषण एस.पी.टेमरे, संचालन सालिक कौचे एवं दिनेश कुरेटी दिलेर तथा आभार प्रदर्शन सर्व आदिवासी समाज के ब्लाक अध्यक्ष पवन कुमार चन्द्रवंशी ने किया।
जय सेवा मांदर नृत्य दल कटेंगाटोला के मनमोहक एवं नयनभिराम प्रस्तुति के साथ ऐतिहासिक रूप से रैली निकाल नगर भ्रमण किया गया है,नन्हे बच्चों ने डाॅ.भीमराव अंबेडकर पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया। कार्यक्रम के अंत में भारतीय संविधान के प्रस्तावना का वाचन कर भारतीय संविधान को मूलरूप में बचाये रखने का शपथ लिया गया। समता सैनिक दल के सदस्यों, उदघोषक द्वय सालिक कौचे एवं दिनेश कुरेटी दिलेर का सम्मान किया गया। कार्यक्रम के सफल आयोजन में बौद्ध समाज एवं सर्व आदिवासी समाज ब्लाक इकाई छुरिया के सक्रिय पदाधिकारियों का खास योगदान रहा।
इस अवसर पर बौद्ध समाज के संरक्षक द्वय जनक लाल चौधरी, टीकाराम लाऊत्रे,अध्यक्ष बीरसिंग टेम्बूरकर, उपाध्यक्ष मनीराम सहारे,सचिव उद्दल सहारे, कोषाध्यक्ष अनिल बाघमारे, सर्व आदिवासी समाज के ब्लाक अध्यक्ष पवन चन्द्रवंशी, उपाध्यक्ष भूपेन्द्र सोरी, सचिव देशराम कोर्राम, उदेसिंह कोमरे, नंदकुमार गोंड़िया,राजेश नेताम, विनोद कुंजाम, वासुदेव चन्द्रवंशी, युवराज नेताम, लेखराम चन्द्रवंशी,मनभावन उइके, राहुल नेताम,कृष्ण कुमार काण्डे, नारायण लाल नांदेश्वर,फूलसिंह तारम, नंदकुमार जाम्बुलकर,कौशिल्या सहारे, धर्मिनबाई वाडेकर,मनराखन सिंह सहारे, भूषण लाल वाडेकर,धर्मिन बाई लाऊत्रे,गीता बाघमारे, संगीता वाल्दे, नंदनी बाघमारे,चन्द्रिका कमलेश्वर आदि सहित बौद्ध समाज एवं सर्व आदिवासी समाज के लोग सैंकड़ों की संख्या में उपस्थित थे। उक्त जानकारी आयोजन समिति के सचिव द्वय उद्दल सहारे एवं देशराम कोर्राम ने दी।

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